Kanguva Movie Review: कंगुवा फिल्म रिव्यू: सूर्या का दमदार प्रदर्शन, भव्य एक्शन दृश्य, लेकिन धीमी कहानी और साधारण रोमांस ट्रैक के कारण पूरी तरह प्रभावित करने में असमर्थ। जानें कंगुवा की विशेषताएं और इसकी पूरी समीक्षा।
विवरण | जानकारी |
---|---|
फिल्म का नाम | कंगुवा |
रिलीज़ तिथि | 14 नवंबर 2024 |
रेटिंग | 2.75/5 |
कलाकार | सूर्या, बॉबी देओल, दिशा पटानी, नटराजन सुब्रमण्यम, के एस रविकुमार, योगी बाबू, कोवई सरला, मंसूर अली खान |
निर्देशक | सिवा |
निर्माता | के. ई. ज्ञानवेल राजा, वी. वामसी कृष्णा रेड्डी, प्रमोद उप्पलपति |
संगीत निर्देशक | देवी श्री प्रसाद |
सिनेमैटोग्राफर | वेत्री पलानिसामी |
संपादक | निशाद यूसुफ |
कहानी | पुनर्जन्म की कहानी जिसमें मुख्य पात्र अपनी जाति की रक्षा के लिए संघर्ष करता है। |
प्लस पॉइंट्स | सूर्या का प्रदर्शन, बॉबी देओल का दमदार किरदार, दिशा पटानी का ग्लैमरस लुक, प्रभावशाली सिनेमैटोग्राफी |
माइनस पॉइंट्स | धीमी कहानी, अनचाही सीक्वेंस, रोमांस ट्रैक में कमी |
तकनीकी विशेषताएं | शानदार सिनेमैटोग्राफी, उपयुक्त बैकग्राउंड म्यूजिक, उत्कृष्ट प्रोडक्शन वैल्यू |
कुल मिलाकर समीक्षा | पीरियड एक्शन और इमोशनल ड्रामा जो केवल सूर्या के फैंस को लुभा सकता है |
प्रस्तावना
कोलिवुड के स्टार सूर्या की महत्त्वाकांक्षी पीरियड एक्शन-फैंटेसी ड्रामा, कंगुवा, इस साल की सबसे बहुप्रतीक्षित फिल्मों में से एक है। सूर्या और फिल्म की टीम ने इसे देश भर में प्रमोट किया है। भारी प्रचार के बीच, सिवा के निर्देशन में बनी यह फिल्म आखिरकार दुनिया भर में सिनेमाघरों में प्रदर्शित हो चुकी है। आइए जानते हैं कि क्या यह फिल्म दर्शकों की उम्मीदों पर खरी उतरती है।
कहानी
फ्रांसिस (सूर्या) एक बाउंटी हंटर हैं। उनकी एक प्रमुख प्रतिस्पर्धा उनकी पूर्व प्रेमिका (दिशा पटानी) के साथ है। एक दिन गोवा में फ्रांसिस एक लड़के से मिलते हैं, जिसके बाद उन्हें अपने पिछले जीवन की यादें आने लगती हैं। कहानी इसके बाद कई सदियों पुरानी एक पीरियड ड्रामा की ओर बढ़ती है। कंगुवा कौन है? वह अपनी जाति की रक्षा के लिए क्या करता है? कंगुवा जाति ने दूसरी जातियों के साथ संघर्ष क्यों किया? फिल्म में इन सभी सवालों का जवाब कंगुवा के वीरतापूर्ण संघर्षों के माध्यम से मिलता है। क्या फ्रांसिस कंगुवा का पुनर्जन्म है? और फ्रांसिस का मिशन क्या है? इन रहस्यों को जानने के लिए बड़े पर्दे पर कंगुवा का अनुभव करें।
प्लस पॉइंट्स
1. सूर्या का शानदार प्रदर्शन
कंगुवा और फ्रांसिस के दोहरे किरदार में सूर्या हमेशा की तरह शानदार हैं। एक योद्धा के रूप में उनका प्रदर्शन, जो अपनी जाति से किए वादे के लिए अपने प्राण त्याग देता है, फिल्म के मुख्य आकर्षण में से एक है।
2. दिश पटानी का ग्लैमरस अवतार
बॉलीवुड अभिनेत्री दिशा पटानी ने अपने मुख्य किरदार के साथ न्याय किया है। उनके ग्लैमरस अवतार ने युवा दर्शकों को प्रभावित किया है।
3. बॉबी देओल का दमदार किरदार
बॉबी देओल ने भी अपनी भूमिका में गहराई दिखाई है। उनका किरदार फिल्म में सूर्या के कंगुवा किरदार का सशक्त प्रतिद्वंद्वी है, जिसे सिवा ने बखूबी प्रस्तुत किया है।
4. तकनीकी उत्कृष्टता
फिल्म की भव्यता, एक्शन, और इमोशनल एलिमेंट्स इस तरह की पीरियड फिल्मों में दर्शकों को उम्मीदों पर खरा उतरता है। वेत्री पलानिसामी के सिनेमैटोग्राफी से लेकर देवी श्री प्रसाद के गाने तक, हर तकनीकी पक्ष को शानदार तरीके से प्रस्तुत किया गया है।
माइनस पॉइंट्स
1. कुछ अनचाही सीक्वेंस
कंगुवा में भले ही भव्य दृश्य और भावनात्मक दृश्यों का संगम हो, लेकिन कुछ सीक्वेंस उतने प्रभावी नहीं हैं, जिससे फिल्म कहीं-कहीं उबाऊ लगने लगती है। सूर्या और दिशा पटानी के बीच का रोमांस ट्रैक और बेहतर हो सकता था।
2. धीमी गति से कहानी का प्रस्तुतीकरण
हालांकि निर्देशक सिवा ने मुख्य थीम को प्रभावशाली बनाने की कोशिश की है, लेकिन बीच-बीच में कहानी की गति धीमी होने के कारण दर्शक अपना ध्यान खो सकते हैं।
तकनीकी पक्ष
1. सिनेमैटोग्राफी
वेत्री पलानिसामी का कैमरा वर्क फिल्म में जान डालता है। पीरियड सेटिंग और एक्शन सीन्स को उन्होंने खूबसूरती से शूट किया है, जो फिल्म की कहानी के साथ एक नई जान डालता है।
2. संगीत और बैकग्राउंड स्कोर
देवी श्री प्रसाद का संगीत फिल्म की थीम के अनुसार सेट है। गानों की पिक्चराइजेशन खासकर युवाओं को आकर्षित करेगी। बैकग्राउंड म्यूजिक भी सटीक है, लेकिन कुछ दृश्यों में इसे और प्रभावी बनाया जा सकता था।
फिल्म का निष्कर्ष
कुल मिलाकर, कंगुवा एक पीरियड एक्शन और इमोशनल ड्रामा है, जिसमें कुछ प्रभावशाली एक्शन सीक्वेंस और इमोशनल दृश्य हैं। खासकर सूर्या का जबरदस्त प्रदर्शन, क्लाइमेक्स में सरप्राइज एलिमेंट्स, और टीम के द्वारा उच्च तकनीकी मानक कंगुवा को एक भव्य प्रस्तुति बनाते हैं। हालांकि, नियमित पटकथा और कुछ धीमे सीक्वेंस फिल्म के प्रभाव को कम कर सकते हैं। कंगुवा का आनंद विशेषकर सूर्या के फैंस को ही मिलेगा।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
1. कंगुवा में सूर्या का प्रदर्शन कैसा है?
सूर्या ने फिल्म में कंगुवा और फ्रांसिस के दोहरे किरदारों को बेहतरीन तरीके से निभाया है, खासकर एक योद्धा के रूप में उनका प्रदर्शन फिल्म का मुख्य आकर्षण है।
2. क्या कंगुवा एक फैमिली फिल्म है?
हालांकि फिल्म में एक्शन और भावनात्मक दृश्य हैं, लेकिन कुछ दृश्यों की गंभीरता को देखते हुए यह फिल्म शायद बच्चों के लिए पूरी तरह उपयुक्त नहीं हो सकती।
3. फिल्म की कमजोरियां क्या हैं?
फिल्म की मुख्य कमजोरी इसकी धीमी कहानी और कुछ दृश्यों का अनावश्यक विस्तार है, जो दर्शकों को उबाऊ लग सकता है।
4. फिल्म के तकनीकी पक्ष कैसे हैं?
फिल्म में सिनेमैटोग्राफी, एक्शन सीक्वेंस, और संगीत का बेहतरीन उपयोग किया गया है, जो इसे एक विजुअल ट्रीट बनाते हैं।
5. क्या कंगुवा की कहानी वास्तविक घटनाओं पर आधारित है?
नहीं, कंगुवा की कहानी एक काल्पनिक पीरियड ड्रामा है, जिसमें ऐतिहासिक घटनाओं का कोई विशेष संदर्भ नहीं है।
I’m Akash, a passionate Hindi Content Writer at OERP.IN. I enjoy crafting informative and engaging articles on a wide range of topics, including lifestyle, education, business and so on. My writing style is simple and easy to understand, ensuring that our readers can easily absorb the information.